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सर्द मौसम में नहाने के बाद नारियल तेल लगाने के 5 बेहतरीन फायदे

नारियल तेल  को बालों में लगाने के तो कई फायदे आप जानते ही होंगे, लेकिन क्या आपको पता हैं कि इसे आप मॉइश्चराइजर, बॉडी क्रीम या बॉडी लोशन की जगह पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आप अपनी त्वचा की नमी बनाए रखने के लिए मेहंगे उत्पाद खरीदते हैं, तो अब से इनके विकल्प के रूप में आप नारियल तेल भी त्वचा पर नहाने के बाद लगा सकते है। सर्द मौसम में नहाने के बाद नारियल तेल लगाना कही ज्यादा फायदेमंद होता है। आइए, जानते हैं सर्द मौसम में नहाने के तुरंत बाद नारियल तेल लगाने के कई फायदे - 1 नहाने के बाद अगर आपको महंगे मॉइश्चराइजर, बॉडी क्रीम या बॉडी लोशन प्रयोग करने की आदत है, तो आपके लिए यह काम नारियल तेल भी कर सकता है, वह भी कम दामों पर। नारियल तेल आपकी त्वचा को चि‍कनाई प्रदान करेगा। 2 अगर आपको शरीर के किसी अंग में इंफेक्शन या खुजली की समस्या है, तो नारियल तेल के साथ कपूर मिलाकर अपने बाथरूम में जरूर रखें। हर दिन नहाने के बाद संबंधि‍त स्थान पर इसे लगाना आपको त्वचा की समस्याओं से निजात दिलाएगा। 3 यदि आप अंर्तवस्त्रों के कारण होने वाले निशान, जलन, सूजन फिर खुजली से परेशान हैं, तब भी न

इन 20 टिप्स को अपनाकर पूरे दिन रहें एक्टिव

अगर आप एकस्ट्रा वजन कम करना चाहते हैं और पूरे दिन एक्टिव रहना चाहते हैं तो दिनभर में इन 20 टिप्स का ध्यान रखें। दरअसल डायट से जुड़ी कई छोटी-छोटी बातों पर हम ध्यान नहीं दे पाते और कई चीजों को खाते हैं जो हमारे शरीर फायदा नहीं पहुंचाती हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में: 1. रोज खूब सारा पानी पिएं और कैलोरी फ्री चीजें खाएं।  2. सुबह-सुबह ब्रेकफास्ट जरूर करें। ब्रेकफास्ट न करने से कई बीमारियां होती हैं।  3. रात के स्नैक्स को लेते समय थोड़ा चूजी बनें।  4. दिन भर में कुछ कुछ खाते रहें, खाने के बीच लंबा गेप नहीं होना चाहिए।  5. कोशिश करें कि खाने में प्रोटीन जरूर हो। 6. खाने में मसालेदार चीजों को कम करें। 7. खाने के दौरान लाल, हरे संतरी रंग की चीज जरूर लें। इस तीन नंबर के नियम को जरूर मानें और खाने में इन रंगों की खाने की चीजें जैसे गाजर, संतरा और हरी सब्जियों को शामिल करें।  8. वजन कम करना चाहते हैं तो खाने में नमक की मात्रा को कम करें। 9. वजन कम करना है तो रोज खाना खाने से पहले कम कैलोरी वाला वेजिटेबल सूप लेना चाहिए, इससे 20 फीसदी कम कैलोरी कम

सर्दियों में बीमारी से बचे रहना है, तो इन 5 चीजों को लेते रहें

हल्की ठंड शुरू हो चुकी है और ठंड आपको बीमार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ती। लेकिन खानपान और तौर-तरीकों में कुछ चीजों का जोड़-घटाव आपको सर्दी की बीमारियों से बचाए रखता है। जानिए कौन सी 5 चीजें, सर्दी में आपको बीमारियों से  बचाए रखने में मदद करती है - 1 गर्म पेय -  गर्म दूध हो, चाय हो या कॉफी, सर्दी से आपकी रक्षा करने में सहायक होती है। इसके अलावा गर्म पानी, ग्रीन टी या किसी भी प्रकार का गर्म पेय पदार्थ आपके शरीर में गर्माहट पैदा करता है। अदरक या तुलसी वाली चाय इन दिनों में बहुत लाभदायक होती है। 2 हरी सब्जियां -  इस मौसम में हरी सब्जियां खाना स्वास्थ्य लाभ देने के साथ ही सर्दी के दुष्प्रभाव से बचने के लिए शरीर को पोषण भी देता है। इनमें मौजूद पोषक तत्व प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर बीमारियों से बचाते हैं। 3 सूप -  सूप भी सर्दी में स्वस्थ रहने का बेहतरीन विकल्प है। यह शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है, साथ ही शरीर में गर्माहट पैदा करता है, जो सर्दी से बचाने में सहायक होती है। 4 सरसों -  सरसों का साग हो या सरसों का तेल, गर्म प्रकृति होने के कारण यह सर्दी में आपके

स्वस्थ रहने के लिए सर्दी में सेहत के 5 टिप्स, जरूर अपनाएं

सर्दियों का मौसम  सेहत  बनाने के लिए बेहतरीन समय होता है। मौसम के बदलते ही अपने शरीर को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए हमें अपने भोजन में कुछ फेरबदल भी करने होते हैं। हेल्थ कांशियस  युवाओं के लिए  यह मौसम चुनौतियों से भरा होता है।  सर्द मौसम  में व्यायाम कर अपने शरीर को ऊर्जावान बनाए रखना जरूरी है साथ ही ऐसा आहार जिनकी कम मात्रा लेने पर भी उनके शरीर को भरपूर कैलोरी मिले। सर्दियों में अपनी डाइट को लेकर आप कन्फ्यूज हैं तो हम लेकर आए हैं- सर्दी के मौसम में लो फैट विद हाई कैलोरी से भरपूर भोजन की जानकारी। इन्हें अपने डाइटचार्ट में शामिल कर आप अपने शरीर के बढ़ते वजन को नियंत्रित रख पाएंगे।  1 सर्दियों में युवाओं की डाइट  -  इस मौसम में अपने शरीर से थकान व आलस्य को दूर भगाने के साथ ही दिन भर स्फूर्ति और ऊर्जा से भरपूर रहने के लिए युवाओं को  डाइट चार्ट  का पालन करना चाहिए। 2 ब्रेकफास्ट सुपर -   सुबह का नाश्ता हमें ऊर्जा देता है। नाश्ते में अंडे के साथ ब्रेड, उपमा, सैंडविच, डोसा, हेवी फ्रूट कस्टर्ड आदि ले सकते हैं। रोजाना नाश्ते के बाद मलाई निकले हुए एक गिलास गर्म दूध का

सर्दियों में स्वस्थ रहने के घरेलू उपाय

सर्दी का मौसम सेहत के लिहाज से बेहतरीन मौसम माना जाता है । इस समय पाचन शक्ति अच्छी रहती है, भूख भी  अच्छी लगती है,खाया  पीया अच्छे से हजम हो जाता है, रातें लम्बी होती हैं, जिससे आराम करने को भी पर्याप्त समय मिल जाता है, जिस प्रकार एक व्यापारी व्यापार के सीजन में खूब मेहनत करके पर्याप्त धन अर्जित कर लेता है और फिर वर्ष के शेष समय में कम आय  होने के बावजूद आराम से जीवनयापन कर पाता है, उसी प्रकार हमें शीत ऋतु में पौष्टिक  आहार एवं व्यायाम,योगा आदि के द्वारा पर्याप्त बल एवं शक्ति अर्जित कर लेनी चाहिए, ताकि वर्ष पर्यन्त स्वस्थ रह  सकें । सर्दियों में इन बातों पर ध्यान दें :- पौष्टिक  पदार्थ लें- इस समय पाचकाग्नि तीव्र होती है, भूखे रहना नुकसानदायक होता है, इस दौरान घी, मक्खन, उड़द की दाल, गाजर का हलवा, गोंद के लड्डू, तिल के लड्डू,च्यवनप्राश ,बादाम पाक , मूंगफली, गुड पपड़ी  जैसे बल एवं शक्ति वर्धक पदार्थों का सेवन सीमित  मात्रा  में करना बेहतर रहता है । मेवा (ड्राई फ्रूट्स) खायें- बादाम,काजू , पिस्ता, किशमिश, अखरोट, मूंगफली ये सब पोषक तत्वों से भरपूर हैं । विटामिन, खनिज लवण एवं एं

CAA: नागरिकता क़ानून से चिंतित असम के ये हिंदू

"भारतीय होने के बावजूद भी भारतीय न माने जाने का ग़म" ही क्या कम था चंदन डे के लिए कि अब ये फ़िक्र आ पड़ी- हिंदू होने के बावजूद वो नागरिकता के लिए आवेदन नहीं दे सकते क्योंकि नागरिकता क़ानून आदिवासी बोडोलैंड क्षेत्र में लागू नहीं है. अपनी टूटी-फूटी हिंदी में चंदन कहते हैं, "ऊ कानून तो जो नया लोग आएगा उस पर लागू होगा न, पर हम तो पुराना आदमी है हमको भी उनका तरह नया बना दिया. और क़ानून है न कि वो तो बीटीएडी (बोडोलैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेटिव डिस्ट्रिक्ट) में लगेगा नहीं." नरेंद्र मोदी सरकार की आईएलपी एरिया, असम, मेघालय, मिज़ोरम और त्रिपुरा के आदिवासी क्षेत्रों को क़ानून के दायरे से बाहर रखने की रणनीति ने क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध को कुछ कमज़ोर ज़रूर कर दिया है लेकिन इन इलाक़ों, ख़ास तौर पर बोडो क्षेत्र में बसे लाखों हिंदुओं के लिए नई मुश्किलें पैदा कर दी हैं. पेशे से शिक्षक संजय सम्मानित कहते हैं कि बाहर के हिंदुओं की रहने दें अमित शाह, पहले ये तो बताएं, "किस तरह, कितनी बार साबित करें कि हम इंडियन हैं." "नागरिकता संशोधन क़ानून यानी CAA से स्थानीय